सर्वनाम




सर्वनाम 




परिभाषा

सर्वनाम शब्द का अर्थ है- सब का नाम । वाक्य में संज्ञा की पुनरुक्ति को दूर करने के लिए संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। 
जैसे :- गुंजन विद्यालय जाती है। वह वहाँ पढ़ती है। 
            
            पहले वाक्य में 'गुंजन' तथा 'विद्यालय' शब्द संज्ञाएँ हैं, दूसरे वाक्य में 'गुंजन' के स्थान पर 'वह' तथा 'विद्यालय' के स्थान पर 'वहाँ शब्द प्रयुक्त हुए हैं। अतः 'वह' और 'वहाँ शब्द संज्ञाओं के स्थान पर प्रयुक्त हुए हैं, इसलिए इन्हें सर्वनाम कहते हैं।

प्रकार 
सर्वनाम छः प्रकार के होते हैं


1. पुरुषवाचक सर्वनाम : 


जिन सर्वनामों का प्रयोग बोलने वाले, सुननेवाले या अन्य किसी व्यक्ति के स्थान पर किया जाता है, उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।

पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं : 
        (i) उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम : वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति स्वयं अपने लिए करता है।
            जैसे :- मैं, हम, मुझे, मेरा, हमारा, हमें आदि।
        (ii) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम : वे सर्वनाम शब्द, जो सुनने वाले के लिए प्रयुक्त किये जाते हैं।
            जैसे :- तू, तुम, तुझे तुम्हें तेरा, आप, आपका, आपको आदि। हिन्दी में अपने से बड़े या आदरणीय व्यक्ति के लिए 'तुम' की अपेक्षा 'आप' सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है।
        (iii) अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम : वे सर्वनाम, जिनका प्रयोग बोलने तथा सुनने वाले व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के लिए प्रयुक्त करते हैं।
            जैसे :- वह, वे, उन्हें, उसे, इसे, उसका इसका आदि ।

2. निश्चयवाचक सर्वनाम :

वे सर्वनाम, जो किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध कराते हैं, उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे-यह, वह, इस, उस, ये, वे आदि। 'वह आपकी घड़ी है', वाक्य में 'वह' शब्द निश्चयवाचक सर्वनाम है। इसी प्रकार 'यह मेरा घर है' में 'यह' शब्द।


3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम : 

वे सर्वनाम शब्द, जिनसे किसी निश्चित वस्तु या व्यक्ति का बोध नहीं होता बल्कि अनिश्चय की स्थिति बनी रहती है, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे- कोई जा रहा है। वह कुछ खा रहा है। किसी ने कहा था। 
इन वाक्यों में कोई, कुछ, किसी शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम हैं।


4. प्रश्नवाचक सर्वनाम : 

वे सर्वनाम, जो प्रश्न का बोध कराते हैं या वाक्य को प्रश्नवाचक बना देते हैं, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे- कौन गाना गा रही है ? वह क्या लाया ? किसकी पुस्तक पड़ी है? 
उक्त वाक्यों में कौन, क्या, किसकी शब्द प्रश्नवाचक सर्वनाम हैं।


5. सम्बन्धवाचक सर्वनाम : 

वे सर्वनाम, जो दो पृथक-पृथक बातों के स्पष्ट सम्बन्ध को व्यक्त करते हैं, उन्हें सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे- जो- वह, जो-सो, जिसकी उसकी, जितना-उतना, आदि सम्बन्ध वाचक सर्वनाम है।
उदाहरणार्थ- जो पढ़ेगा सो पास होगा। जितना गुड़ डालोगे उतना मीठा होगा ।


6. निजवाचक सर्वनाम : 

वे सर्वनाम, जिन्हें बोलनेवाला कर्त्ता स्वयं अपने लिए प्रयुक्त करता है, उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। आप, अपना, स्वयं, खुद आदि निजवाचक सर्वनाम है। 
जैसे :- मैं अपना खाना बना रहा हूँ। तुम अपनी पुस्तक पढ़ो। इन वाक्यों में 'अपना', 'अपनी' शब्द निजवाचक सर्वनाम है।

सर्वनाम का पद-परिचय

सर्वनाम का पद-परिचय करते समय सर्वनाम, सर्वनाम का भेद, पुरुष, लिंग, वचन, कारक और अन्य पदों से उसका संबंध बताना पड़ता है।

उदाहरण- वह अपना काम करता है

इस वाक्य में, वह और अपना सर्वनाम हैं। उनका पद-परिचय होगा-

वह — पुरुषवाचक सर्वनाम, अन्य पुरुष, पुंलिंग, एकवचन, कर्ताकारक, 'करता है' क्रिया का कर्ता

अपना - निजवाचक सर्वनाम, अन्यपुरुष, पुंलिंग, एकवचन, संबंधकारक, 'काम' संज्ञा का विशेषण